व्यापार में प्रगति हुई; बाजार की नजर मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर है।
अमेरिकी कानूनी एवं राजनीतिक घटनाक्रम
- एक संघीय अपील अदालत ने फैसला सुनाया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्यापार शुल्क फिलहाल प्रभावी रहेंगे।
- न्यायालय ने पिछले अल्पकालिक भत्ते को बढ़ा दिया था, क्योंकि व्हाइट हाउस ने व्यापार न्यायालय के उस निर्णय के विरुद्ध अपील की थी, जिसमें शुल्कों पर रोक लगा दी गई थी।
- फैसले में यह स्वीकार किया गया कि छोटे व्यवसायों की आपत्तियों के बावजूद, अमेरिकी अधिकारियों की व्यापार संबंधी चिंताएं संभावित आर्थिक नुकसान से कहीं अधिक थीं।
अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता
- अमेरिकी और चीनी अधिकारी दो दिनों की उच्च स्तरीय वार्ता के बाद लंदन में एक रूपरेखा समझौते पर पहुंचे।
- चर्चा में दुर्लभ मृदा धातुओं और चिप निर्यात प्रतिबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने पुष्टि की कि यदि चीन दुर्लभ मृदा का निर्यात पुनः शुरू करता है तो वे निर्यात प्रतिबंधों में ढील देने के लिए तैयार हैं।
- ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत के बाद आशावाद बढ़ गया।
- चीनी वाणिज्य उप मंत्री ली चांगयांग ने संकेत दिया कि इस रूपरेखा को अनुमोदन के लिए शी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
आर्थिक परिदृश्य एवं सीपीआई डेटा
- अब सभी की निगाहें बुधवार को आने वाले अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आंकड़ों पर टिकी हैं।
- उम्मीद है कि मई में मुद्रास्फीति में मामूली वृद्धि होगी, जो 2025 के आरंभिक रुझान को जारी रखेगी।
- टैरिफ ने मूल्य दबाव को बढ़ाया है, जिससे उपभोक्ता कीमतें प्रभावित हुई हैं।
- मजबूत डॉलर और अनिश्चित मुद्रास्फीति प्रक्षेपवक्र ब्याज दरों पर फेडरल रिजर्व के रुख को प्रभावित कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
इस सप्ताह अमेरिकी व्यापार नीति और आर्थिक दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिले। ट्रम्प की टैरिफ रणनीति को कानूनी समर्थन मिला, जबकि अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में सतर्क आशावाद उभरा। इस बीच, सीपीआई डेटा बाजारों और नीति निर्माताओं के लिए आर्थिक पहेली में एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है।